• Latest
  • Trending
  • All
  • LOVE
  • SEX
  • RELIGION
  • WOMEN
  • HINDI
  • ART
  • YOGA
  • TANTRA
  • POLITICS
  • GOD

वासना क्या है और प्रार्थना क्या है?

June 26, 2019
GROW TO THE FULLNESS OF LOVE

GROW TO THE FULLNESS OF LOVE

November 28, 2019
TEACH CHILDREN TO MEDITATE.

TEACH CHILDREN TO MEDITATE.

November 5, 2019
WIFE BECOMES A DEITY FOR HUSBAND

WIFE BECOMES A DEITY FOR HUSBAND

August 23, 2019

AH! GOD IS SO CHILDISH!

July 26, 2019

SEXUALITY FUMES INSIDE MAN.

RICHNESS IS MULTIDIMENSIONAL

TREASURES OF LIFE

June 20, 2019
LOVE IS THE FIRST STEP

LOVE IS THE FIRST STEP

RICHNESS IS MULTIDIMENSIONAL

BETWEEN HUSBAND & WIFE

June 20, 2019
ROSE OF SUPREME LOVE

ROSE OF SUPREME LOVE

June 20, 2019
LOVE CAN RISE TO TOUCH GOD

LOVE CAN RISE TO TOUCH GOD

June 20, 2019
UGLIEST PHENOMENA

UGLIEST PHENOMENA

June 20, 2019
WHAT IS LOVE? ep.-2

WHAT IS LOVE? ep.-2

June 20, 2019
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • CONTACT
Saturday, December 7, 2019
-18 °c
RRR
  • HomeNew
    • RRR
  • STORY
    GROW TO THE FULLNESS OF LOVE

    GROW TO THE FULLNESS OF LOVE

    PRAYER AND PATIENCE

    GOD IS PUPPETEER?

    INTELLIGENT ARE SYNONYMOUS

    WHERE I CAME FROM.

    THE WORLDLY VICTORY IS POLITICAL

    EDUCATION SHOULD PREPARE YOU TO BE YOURSELF

  • BUSINESS
    • RRR AFFILIATE
    • RRR SHOP
  • ENTERTAINMENT
    • RRR PODCAST
    • RRR TUBE
  • LIFE STYLE
    RICHNESS IS MULTIDIMENSIONAL

    TREASURES OF LIFE

    ROSE OF SUPREME LOVE

    ROSE OF SUPREME LOVE

    PRAYER AND PATIENCE

    PRAYER AND PATIENCE

    WHAT IS WRONG WITH ANIMAL?

    WHAT IS WRONG WITH ANIMAL?

    TANTRA- SEX INTO SPIRITUALITY

    TANTRA- SEX INTO SPIRITUALITY

    RICHNESS IS MULTIDIMENSIONAL

    RICHNESS IS MULTIDIMENSIONAL

    I SPEAK ON MYSELF

    I SPEAK ON MYSELF

    LOVE IS LIGHT, FEAR IS DARKNESS.

    PEOPLE’S LIVES ARE LOVELESS

  • HINDI
    आशाओं से मुक्त होना ही मौक्ष है।

    आशाओं से मुक्त होना ही मौक्ष है।

    टटोलो…टटोलो…..बस खुद को !!!

    वासना क्या है और प्रार्थना क्या है?

    भारत की शिक्षा प्रणाली

    विनोद खन्‍ना–एक पहचान परदों के पार

    स्त्री पहली बार चरित्रवान हो रही है

    कभी भूल कर रामराज्य फिर मत ले आना!

    अदालत में शपथ लेते वक्त गीता पर हाथ क्यों रखवाते हैं?

    प्रेम खतरनाक सूत्र है

    प्रेम एक रहस्य है, सबसे बड़ा रहस्य..

    Trending Tags

    No Result
    View All Result
    RRR
    No Result
    View All Result
    Home HINDI

    वासना क्या है और प्रार्थना क्या है?

    Rajesh Ramdev Ram by Rajesh Ramdev Ram
    June 26, 2019
    in HINDI
    254 3
    0

    एक ही सीढ़ी के दो छोर: जैसे बीज और वृक्ष; जैसे अंडा और मुर्गी। वासना ही एक दिन पंख पा लेती है इसलिए मेरे मन में वासना की कोई निंदा नहीं है। मेरे मन में निंदा है ही नहीं; किसी भी बात की निंदा नहीं है। मेरे मन में सर्व स्वीकार है क्योंकि मैं देखता हूं, जब सब परमात्मा को स्वीकार है तो उसमें से कुछ भी अस्वीकार करना परमात्मा को अस्वीकार करना है।

    मैंने सुना है, सूफी फकीर बायजीद एक पड़ोसी से बहुत परेशान था। सालभर से उसके पड़ोस में था। वह बड़ा उपद्रवी था पड़ोसी। जब बायजीद ध्यान करने बैठता तब वह ढोल बजाने लगता; या बायजीद नमाज पढ़ता तो वह गालियां बकने लगता। बायजीद शिष्यों को समझाता तो वह कुछ उपद्रव मचा देता। कूड़ा—करकट इकट्ठा करके बायजीद के झोंपड़े में फेंक देता।

    एक रात बायजीद प्रार्थना करा, प्रार्थना करके उठ रहा था, परमात्मा की झलक से भरा था। झलक इतनी स्पष्ट थी कि उसने कहा, हे प्रभु! इतनी कृपा की है कि मुझे आज झलक दी है, इतना और कर दो कि इस पड़ोसी से छुटकारा करो। और पता है परमात्मा की क्या आवाज बायजीद को सुनाई पड़ी? उसने कहा, बायजीद, इस आदमी को मैं पचास साल से बर्दाश्त कर रहा हूं और तू तो अभी साल ही भर हुआ…..! और पचास साल तो इस जिंदगी के! पिछली जिंदगियों का तो हिसाब ही मत रख। अगर मैं इसे बर्दाश्त कर रहा हूं और मैंने आशा नहीं छोड़ी और मैं आशा बांधे हूं कि यह भी बदलेगा। तू भी आशा न छोड़।

    परमात्मा अगर वासना के विपरीत होता तो वासना होती ही नहीं। महात्मा विपरीत है इसलिए मैं कहता हूं, महात्मा गलत है। परमात्मा विपरीत नहीं है वासना के। हर बच्चे को वासना से सजाकर भेजता है, वासना भरकर भेजता है। वासना ऊर्जा है, शुद्ध ऊर्जा है, संपदा है। कहां लगाओगे इस पर सब कुछ निर्भर करेगा। यही वासना धन में लग जाएगी तो धन—कुबेर हो जाओगे। यही वासना पद के पीछे पड़ जाएगी तो किसी देश के राष्ट्रपति हो जाओगे। यही वासना परमात्मा की दिशा में लग जाएगी तो प्रार्थना हो जाएगी। वासना शुद्ध ऊर्जा है। वासना तटस्थ है। वासना अपने आप में कोई लक्ष्य लेकर नहीं आयी है, लक्ष्य तुम्हें तय करना है। फिर तुम्हारी ऊर्जा उसी दिशा में बहनी शुरू हो जाती है। स्त्री को प्रेम करोगे तो वासना घर बसाएगी। परमात्मा को प्रेम करोगे, मंदिर बनेगा। परिवार को प्रेम करोगे तो छोटा—सा परिवार होगा सारे संसार के विरोध में। सारे संसार को प्रेम करोगे तो कोई विरोध में न होगा। सारा संसार तुम्हारा घर होगा। तुम पर निर्भर है। वासना प्रार्थना का बीज है। और जब तक वासना प्रार्थना नहीं बन जाती है तब तक तुम्हें संसार में लौट—लौटकर आना पड़ेगा क्योंकि तुमने पाठ सीखा नहीं। फिर भेज दिए जाओगे कि और जाओ, फिर उसी कक्षा में भर्ती हो जाओ। जब तक तुम उत्तीर्ण न हो जाओ…..। और उत्तीर्ण होने की कसौटी क्या है? जिस दिन तुम्हारी सारी वासना रूपांतरित हो जाए प्रार्थना में, जिस दिन परमात्मा के अतिरिक्त तुम्हें कुछ और दिखाई न पड़े। तुम चाहो तो परमात्मा को। फिर चाहे तुम किसी से भी संबंध जोड़ो, किसी को भी चाहो लेकिन हर चाहत में परमात्मा की ही चाहत हो। तुम्हारी पत्नी में परमात्मा दिखाई पड़े, तुम्हारे बेटे में परमात्मा दिखाई पड़े, तुम्हारे मित्र में परमात्मा दिखाई पड़े, तुम्हारे शत्रु में परमात्मा दिखाई पड़े।

    इसलिए जीसस ने कहा है, शत्रु को भी प्रेम करना अपने जैसा। यह मत भूल जाना कि उसमें भी परमात्मा छिपा है। एक क्षण को भी यह बात विस्मरण मत करना, नहीं तो उतनी प्रार्थना चूक जाएगी; उतने तुम प्रार्थना से नीचे गिर जाओगे।

    मिट्टी में वासना के कारण ही प्राण पड़ गए हैं, रेगिस्तान में मरुद्यान उगा है। इस जीवन में तुम्हें जितनी हरियाली दिखाई पड़ती है, सब वासना की है। पक्षी गीत गाते हैं, वे वासना के गीत हैं। कोयल अपने प्रेमी को पुकार रही है। मोर अपने प्रेमी के लिए नाच रहा है। वे जो उसने सुंदर पंख फैलाए हैं वे वासना के पंख हैं। वह मोर—पंखों का जो सौंदर्य है वह वासना का ही सौंदर्य है। फूल खिले हैं, पूछो वैज्ञानिक से; वे सब वासना के ही फूल हैं। उन फूलों में वृक्षों के रजकण हैं, वीर्यकण हैं। तितलियां अपने पैरों में लगाकर उन्हें पहुंचा देगी उनकी मंजिल तक।

    अगर तुम गौर से देखोगे तो तुम चकित हो जाओगे। तुम जब गुलाब के फूल तोड़कर परमात्मा के चरणों पर चढ़ाते हो तो तुमने गुलाब की वासना परमात्मा के पैरों पर चढ़ायी, चढ़ानी थी अपनी वासना। – OSHO

    Share200Tweet125Share50
    Rajesh Ramdev Ram

    Rajesh Ramdev Ram

    CLASSICAL KATHAK DANCER, ACTOR, WRITER, DIRECTOR, TRAVELER, BITCOIN TRADER & ONLINE ENTREPRENEUR.

    • Trending
    • Comments
    • Latest
    WIFE BECOMES A DEITY FOR HUSBAND

    WIFE BECOMES A DEITY FOR HUSBAND

    August 23, 2019

    AH! GOD IS SO CHILDISH!

    July 26, 2019
    RICHNESS IS MULTIDIMENSIONAL

    TREASURES OF LIFE

    June 20, 2019

    ONLY A SOUL CAN ATTRACT ANOTHER SOUL

    17

    IF YOU ARE IN LOVE, JEALOUSY NEVER ENTERS

    13

    FIGHT AND COME FIRST.

    7
    GROW TO THE FULLNESS OF LOVE

    GROW TO THE FULLNESS OF LOVE

    November 28, 2019
    TEACH CHILDREN TO MEDITATE.

    TEACH CHILDREN TO MEDITATE.

    November 5, 2019
    WIFE BECOMES A DEITY FOR HUSBAND

    WIFE BECOMES A DEITY FOR HUSBAND

    August 23, 2019
    RRR

    Copyright © 2019 iamrrr.com

    Navigation Site

    • About
    • Advertise
    • Privacy & Policy
    • CONTACT

    Follow Us

    No Result
    View All Result
    • HOME
      • RRR
    • STORY
      • ART
      • GOD
      • POLITICS
      • RELIGION
      • WOMEN
    • BUSINESS
      • RRR AFFILIATE
      • RRR SHOP
    • ENTERTAINMENT
      • RRR PODCAST
      • RRR TUBE
    • LIFE STYLE
      • LIFE
      • LOVE
      • SEX
      • YOGA
      • TANTRA
    • HINDI

    Copyright © 2019 iamrrr.com

    Login to your account below

    Forgotten Password?

    Fill the forms bellow to register

    All fields are required. Log In

    Retrieve your password

    Please enter your username or email address to reset your password.

    Log In